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Diwali essay in hindi: दिवाली पर निबंध – Essay on Diwali in Hindi – 10 Line on Diwali
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Diwali essay in hindi: दिवाली पर निबंध – Essay on Diwali in Hindi – 10 Line on Diwali

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Contents
1 Diwali essay in Hindi: दिवाली पर निबंध – Essay on Diwali
2 in Hindi
2.1 पौराणिक कथा
2.2 दीपावली दीपों का त्यौहार
2.3 देवी लक्ष्मी और भगवान गणेश की पूजा
2.3.1 पहले दिन
2.3.2 दूसरे दिन
2.3.3 तीसरे दिन
2.3.4 चौथे दिन
2.3.5 पांचवें दिन
2.4 Diwali essay in hindi:दिवाली पर निबंध
2.5 दीवाली कब मनाई जाती है?
2.6 दीवाली के दिन किस देवी देवता की पूजा की जाती है ?
2.7 दीवाली के दिन क्या क्या करते है ?
2.8 दिवाली पंचदिवसीय पर्व
2.9 छोटी दीवाली कब होती है ?
2.10 गौवर्धन पूजा कब होती है ?

Diwali essay in Hindi: दिवाली पर निबंध – Essay on Diwali

in Hindi

Diwali essay in hindi:दिवाली पर निबंध

 

Diwali essay in hindi: दिवाली पर निबंध: दीपावली का अर्थ- दिवाली दो शब्दों से मिलकर बनी है दीप+आवली जहाँ दीप का अर्थ होता है दीपक और आवली का अर्थ होता है श्रृंखला या रेखा/पंक्ति। दीपावली शब्द संस्कृत भाषा से लिए गए शब्द है।

दिवाली मुख्यतः हिन्दू धर्म के लोगो के द्वारा मनाई जाती है यह हिन्दुओं का सबसे बड़ा त्यौहार है। यह पर्व देश के छोटे बड़े सभी नागरिकों के द्वारा बड़े हर्षो-उल्लास के साथ मनाया जाता है प्रत्येक वर्ष यह त्यौहार कार्तिक मास के माह में अक्टूबर नवंबर में मनाया जाता है।

 

”दीपावली” दीपों का त्यौहार है इस दिन पुरे भारत देश में विभिन्न प्रकार की कलर फुल लाइटों और दीयों से घर को सजाया जाता है दीपावली के त्योहार के कुछ समय पहले लोगो के द्वारा घर में साफ़ सफाई का कार्य किया जाता है विभिन्न लोगो के द्वारा तो आपने घरों में विभिन्न प्रकार की सज़ावटे की जाती है। अन्य धर्मों के द्वारा भी इस त्यौहार को अलग-अलग रूप में मनाया जाता है। बड़ी उत्सुकता के साथ सभी नागरिकों के द्वारा इस त्यौहार का इन्तजार किया जाता है। (Diwali essay in hindi:दिवाली पर निबंध)

 

पौराणिक कथा

पौराणिक कथाओं के अनुसार दिवाली के त्यौहार को इसलिए मनाया जाता है की 14 वर्ष के वनवास और रावण का वध करके भगवान श्री राम अपने जन्मभूमि अयोध्या लौटे थे। इसलिए वहां के लोगो के द्वारा इस दिन घी के दिए जलाये गए थे, तब से ही दिवाली का त्यौहार प्रत्येक वर्ष मनाया जाता है।

 

दिवाली में विभिन्न प्रकार के उपहारों को अपने रिश्तेदारों और पड़ोसियों को तोहफे भेंट किये जाते है। दिवाली के त्यौहार के समय कुछ अलग ही प्रकार की रौनक देश में दिखाई देती है यह सभी लोगो का एक महत्वपूर्ण त्योहारों में से एक त्यौहार है लोगो के द्वारा दिवाली को ख़ुशी के रूप में मनाया जाता है।

संपूर्ण भारत वर्ष में इस त्यौहार को खुशियों के रूप में मनाया जाता है, हिंदू धर्म के में से सबसे प्रमुख त्यौहार दीपावली का त्यौहार है। भगवान राम के 14 वर्ष वनवास के पूर्ण होने पर अयोध्य लौटने की ख़ुशी में इस त्यौहार को मनाया जाता है। दिवाली के त्यौहार मनाने के लिए सभी लोगो के द्वारा कई दिनों पहले तैयारियां शुरू की जाती है। बड़े हर्ष और उल्लास और खुशियों के साथ में दीपावली को एवं दिवाली के साथ आने वाले सभी फेस्टिवल को ख़ुशी के साथ सेलिब्रेट किया जाता है। (Diwali essay in hindi:दिवाली पर निबंध)

 

दीपावली भारत देश के सभी नागरिकों द्वारा बड़ी धूम धाम से मनाया जाने वाला खुशियों भरा त्यौहार है, दीपावली पर हर घर में भगवान गणेश और लक्ष्मी माता जी की पूजा होती है। भारत के निवासी दिवाली के त्यौहार को अन्य देश में रहते हुए भी बड़े धूमधाम से मनाते है। दिवाली को 2 दिन तक छोटी दिवाली बड़ी दिवाली के रूप में मनाया जाता है।

 

दीपावली दीपों का त्यौहार

दिवाली मुख्यतः हिन्दू धर्म के लोगो के द्वारा जाती है यह हिन्दुओं का सबसे बड़ा त्यौहार है। यह पर्व भारत देश सभी नागरिकों के द्वारा धूमधाम के साथ मनाया जाता है प्रत्येक वर्ष यह त्यौहार कार्तिक मास को अक्टूबर या नवंबर में मनाया जाता है। दीपावली दीपों का त्यौहार है इस दिन भारत देश में विभिन्न प्रकार की लड़ियों और दीयों ,मोमबतियों से घर को सजाया जाता है ।

 

इस दिन बाजारों को एक दुल्हन की तरह रोशनी से सजाया जाता है ताकि वह इससे एक अद्भुत त्यौहार दिख सके। इस दिन बाजार बड़ी भीड़ से भरा होता है, विशेष रूप से मीठाई की दुकानें। बच्चों को बाजार से नए कपड़े, पटाखे, मिठाई, उपहार, मोमबत्तियां और खिलौने मिलते हैं। लोग अपने घरों को साफ करते हैं और त्योहार के कुछ दिन पहले रोशनी से सजाते हैं।

 

देवी लक्ष्मी और भगवान गणेश की पूजा

हिन्दू कैलेंडर के अनुसार सूर्यास्त के बाद लोग देवी लक्ष्मी और भगवान गणेश की पूजा करते हैं। वे अधिक आशीर्वाद, स्वास्थ्य, धन और उज्जवल भविष्य पाने के लिए भगवान और देवी से प्रार्थना करते हैं। वे दिवाली त्यौहार के सभी पांच दिनों में खाद्य पदार्थों और मिठाई के स्वादिष्ट व्यंजन बनाते हैं। लोग इस दिन पासा, कार्ड गेम और कई अन्य प्रकार के खेल खेलते हैं। वे अच्छी गतिविधियों के करीब आते हैं और बुरी आदतों को दूर करते हैं। (Diwali essay in hindi:दिवाली पर निबंध)

 

पहले दिन

पहले दिन धनतेरस या धन्त्ररावदाशी के रूप में जाना जाता है जिसे देवी लक्ष्मी की पूजा करके मनाया जाता है। लोग देवी को खुश करने के लिए आरती, भक्ति गीत और मंत्र गाते हैं। (Diwali essay in hindi: दिवाली पर निबंध)

दूसरे दिन

दूसरे दिन नरका चतुर्दशी या छोटी दिवाली के रूप में जाना जाता है जिसे भगवान कृष्ण की पूजा करके मनाया जाता है क्योंकि उन्होंने राक्षस राजा नारकसुर को मार डाला था।

तीसरे दिन

तीसरे दिन मुख्य दिवाली दिवस के रूप में जाना जाता है जिसे शाम को रिश्तेदारों, दोस्तों, पड़ोसियों और जलती हुई फायर क्रैकर्स के बीच मिठाई और उपहार वितरित करते हुए देवी लक्ष्मी की पूजा करके मनाया जाता है।

चौथे दिन

चौथे दिन भगवान कृष्ण की पूजा करके गोवर्धन पूजा के रूप में जाना जाता है। लोग अपने दरवाजे पर पूजा करकेगोबर के गोवर्धन बनाते हैं।

पांचवें दिन

पांचवें दिन यम द्वितिया या भाई दौज के रूप में जाना जाता है जिसे भाइयों और बहनों द्वारा मनाया जाता है। बहनों ने अपने भाइयों को भाई दौज के त्यौहार का जश्न मनाने के लिए आमंत्रित करती हैं। (Diwali essay in hindi:दिवाली पर निबंध)

 

दिवाली का त्यौहार हर साल अक्टूबर या नवम्बर माह में मनाया जाता है। दीवाली आने से कुछ दिन पहले ही लोग इस त्यौहार को मनाने की तैयारी में लग जाते हैं। दीवाली के दिन लोग अपनी दुकानें, अपना घर, स्कूल, दफ्तर आदि को दुल्हन की तरह सजाते हैं। सभी लोग नए कपड़े खरीदते हैं, इस दिन घर और दुकानों की भी अच्छे से सफाई की जाती है।

Diwali essay in hindi:दिवाली पर निबंध

 

दीवाली की रात पूरा भारत जगमगाता है। रंग बिरंगी लाइटें, दिए, मोमबत्ती आदि से पूरे भारत को सजाया जाता है। दीवाली की शाम भगवान लक्ष्मी और गणेश जी की पूजा की जाती है। पूजा करने के बाद सभी लोग अपने पड़ोसियों और अपने रिश्तेदारों को प्रसाद, मिठाई, गिफ्ट आदि देते हैं। (Diwali essay in hindi: दिवाली पर निबंध)

 

इस दिन लोग पटाखे, बम, फुलजड़ी आदि भी जलाते हैं। दीवाली के त्यौहार को बुरे पर अच्छाई की जीत का प्रतीक भी माना जाता है। भारत की नहीं बल्कि और भी कई देशों में दीवाली का त्यौहार बहुत की धूम धाम से मनाया जाता है। (Diwali essay in hindi: दिवाली पर निबंध)

 

दीवाली कब मनाई जाती है?

माना जाता है, कि कार्तिक अमावस्या की रात को ही प्रभु राम सरयू के तट अयोध्या पहुंचे थे. अपने प्रिय राम के आगमन पर वहां के निवासियों ने घी के दिए जलाए तथा खुशियों के साथ राम को गले लगाया. (Diwali essay in hindi:दिवाली पर निबंध)

 

दीवाली के दिन किस देवी देवता की पूजा की जाती है ?

दिवाली की रात धन दात्री देवी लक्ष्मी जी की पूजा करने का विधान हैं. सुख सम्पदा के लिए लक्ष्मी के साथ ही माँ सरस्वती तथा गणपति का भी पूजन किया जाता हैं. इस रात को घर में विभिन्न तरह के पकवान बनाए जाते हैं दोस्तों रिश्तेदारों को पावन पर्व की बधाई के साथ उपहार भी आदान प्रदान किये जाते हैं. (Diwali essay in hindi: दिवाली पर निबंध)

 

दीवाली के दिन क्या क्या करते है ?

दिवाली के एक माह पूर्व से ही लोग घरों की साफ़ सफाई तथा पर्व की तैयारी में लग जाते हैं. लोग अपने घरों दुकानों तथा ऑफिस आदि को सजाते संवारते हैं. ऐसी मान्यता है कि इस दिन देवी लक्ष्मी सबसे स्वच्छ स्थल में वास करती हैं. रात में लोग माँ के स्वागत के लिए घरों के द्वार भी खुले छोड देते हैं. (Diwali essay in hindi:दिवाली पर निबंध)

 

दिवाली पंचदिवसीय पर्व

दरअसल दिवाली का पर्व एक दिन का न होकर पंचदिवसीय पर्व हैं. इसका प्रथम दिवस धनतेरस के रूप में जाना जाता हैं. इस दिन कुबेर और धन्वन्तरि का जन्म हुआ था. (Diwali essay in hindi: दिवाली पर निबंध)

 

छोटी दीवाली कब होती है ?

मान्यता है कि इस दिन खरीददारी करने से धन 13 गुणा बढ़ जाता हैं. इसका दूसरा दिन छोटी दीपावली का होता हैं इसके पीछे मान्यता है कि इस दिन कृष्ण ने नरकासुर का वध कर अधर्म पर धर्म की विजय दिलाई थी.

 

पर्व का तीसरा दिन मुख्य दिन होता हैं इस दिन दिवाली का उत्सव मनाते है तथा पूजा सम्पन्न होती हैं. घर घर घी के दिए जलाकर, पटाखे, फुलझड़ी जलाया उत्सव मनाया जाता हैं.

 

आज के समय में इको फ्रेंडली अर्थात प्रदूषण मुक्त दीवाली मनाने की बात कही जाती हैं. वर्तमान में मिट्टी के दीपकों का स्थान मोमबत्तियों तथा सजावट की लाइट्स ने ले लिया हैं. (Diwali essay in hindi:दिवाली पर निबंध)

गौवर्धन पूजा कब होती है ?

उत्सव का चौथा दिन गौवर्धन पूजा के रूप में मनाते हैं. ऐसी मान्यता है कि कृष्ण जी ने इसी दिन इंद्र देव के अहंकार को मिटाकर अपनी अंगुली पर गौवर्धन पर्वत उठाया था. इस तरह इस दिन गायो व बछड़ों की पूजा भी की जाती हैं. दिवाली का पांचवा और आखिरी दिन भैया दूज का होता हैं. इस दिन बहिन भाई के यहाँ जाती हैं. (Diwali essay in hindi: दिवाली पर निबंध)

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Tags:Diwali essay in hindi दिवाली पर निबंध

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