The impact of social media on kids’ mental health: सभी माता पिता इस आर्टिकल में जो लिखा है उसे गहराई से समझे और देखें कही आपका बच्चा तो कही ऐसा नहीं कर रहा है अगर कर रहा है तो उसको कैसे रोके? यह आर्टिकल हम इस तरह आपको समझायेगे जैसे किसी बच्चे को समझाते है तो आर्टिकल को बहुत गहराई से समझना । बच्चों, हम आज एक बहुत महत्वपूर्ण बात करने जा रहे हैं: जब तुम इंटरनेट और सोशल मीडिया का उपयोग करते हो, तो तुम्हें खुद को सुरक्षित रखना बहुत जरूरी है। जैसे कि तुम्हारे बड़े लोग तुम्हारी देखभाल करते हैं, वैसे ही उन्हें यह भी देखना है कि तुम जब ऑनलाइन खेल रहे हो, तो तुम सुरक्षित रहो।
किसी दिन पुराने समय में, लोगों को सिगरेट के पैकेटों पर चेतावनियाँ मिलती थीं कि यह सेहत के लिए खतरनाक है। लेकिन अब हमें एक नई बात के बारे में चिंता है – और वो है, यह सोशल मीडिया वाले बच्चों के बारे में है और यह उनकी भावनाओं को कैसे प्रभावित कर सकता है?
कुछ समझदार लोग सोचते हैं कि जो गैजेट्स और ऐप्स बनाते हैं, उन्हें बच्चों के लिए सुरक्षित बनाने का और अधिक प्रयास करना चाहिए। वे चाहते हैं कि सभी खुश और सुरक्षित रहें।
क्या तुम जानते हो कि बहुत सारे युवा, जैसे कि तुम भी, सोशल मीडिया का उपयोग करते हैं? वे अपने दोस्तों से बात करने और मस्ती करने के लिए ऐप्स और वेबसाइट्स पर समय बिताते हैं। पर कभी-कभी, इससे उन्हें थोड़ा दुख या चिंता हो जाती है।
विशेषज्ञ देख रहे हैं कि बच्चे इन ऐप्स पर कितना समय बिता रहे हैं। वे चिंतित हो रहे हैं क्योंकि बहुत ज्यादा ऑनलाइन समय गुजारने से बच्चों को परेशानी हो सकती है।
एक रिपोर्टर ने ऐसे माता-पिता से बात की जिनकी छोटी बच्ची तुम्हारी तरह सिर्फ 5-10 साल की है। उसने पूछा कि क्या आपकी बच्ची सोशल मीडिया पर एक फोटो शेयर कर सकती है। हालांकि वो छोटी है, लेकिन वो जानना चाहती है कि उसके दोस्त क्या कर रहें हैं।
क्या तुम जानते हो कि सोशल मीडिया पर खुद का अकाउंट बनाने के लिए 13 साल की आयु होनी चाहिए? लेकिन कई बार 8 से 12 साल के बच्चे भी इसका इस्तेमाल करते हैं। क्या यह तुम्हें दिलचस्प नहीं लगता?
कभी-कभी, वे लोग जो तकनीक के बारे में ज्यादा जानते हैं, कहते हैं कि बड़ी कंपनियों को बच्चों की सुरक्षा के लिए और भी ज्यादा काम करना चाहिए। यह ठीक वैसे ही है जैसे कि हम सुरक्षा के लिए सीट बेल्ट पहनते हैं जब हम कार में जाते हैं।
लोग माता-पिता और बच्चों को मिलकर ऑनलाइन सुरक्षित रहने के तरीकों के बारे में सोच रहे हैं। वे समझते हैं कि बच्चों का भविष्य हमारे लिए महत्वपूर्ण है और हमें उनकी सुरक्षा करनी चाहिए।
एक डॉक्टर ने यह भी बताया कि सोशल मीडिया दोस्तों से जुड़ने और सहायता प्राप्त करने के लिए अच्छा हो सकता है। लेकिन वो चाहते हैं कि हम सभी सतर्क रहें और कभी-कभी रुक कर विचार करें।
ध्यान दो, हर परिवार अलग होता है, तो हमें यह समझना चाहिए कि एक ही तरीका सबके लिए नहीं हो सकता। डॉक्टर और विशेषज्ञ चाहते हैं कि हम सभी खुश और सुरक्षित रहें।
तो, जैसे तुम बड़े लोगों की बातें सुनते हो जब वे तुम्हें सड़क पार करने से पहले दोनों ओर देखने की सलाह देते हैं, वैसे ही हम यह सुनिश्चित करना चाहते हैं कि तुम इंटरनेट पर सुरक्षित रहने के तरीकों को समझो। (The impact of social media on kids’ mental health)
तुम जानकार बने रहो, मजे करो और ध्यान दो, दुनिया में ऐसे बड़े लोग भी हैं जो तुम्हारी सुरक्षा की चिंता करते हैं!
बच्चों को ऑनलाइन और सोशल मीडिया पर सुरक्षित रखने के तरीके:
1. **सुरक्षित उपयोग का महत्व:** जब बच्चे इंटरनेट और सोशल मीडिया का उपयोग करते हैं, तो उन्हें यह जानना चाहिए कि उनकी सुरक्षा का प्रमुख ख्याल रखना क्यों जरूरी है। उन्हें यह समझाने के लिए कि जैसे हम अपनी शरीर की देखभाल करते हैं, वैसे ही वे अपने ऑनलाइन सुरक्षा का भी ध्यान रखने की जरूरत है।
2. **सामाजिक जागरूकता:** बच्चों को सोशल मीडिया के उपयोग से जुड़ी जागरूकता देना महत्वपूर्ण है। उन्हें यह सिखाना चाहिए कि आपकी व्यक्तिगत जानकारी को कैसे सुरक्षित रखा जाता है और किस प्रकार से वे अपने गोपनीयता को संरक्षित कर सकते हैं।
3. **साझा जानकारी की महत्वपूर्णता:** बच्चों को यह समझाना आवश्यक है कि वे सोशल मीडिया पर किस प्रकार की जानकारी साझा करते हैं। उन्हें यह समझाना चाहिए कि वे व्यक्तिगत जानकारी जैसे कि पता, फोन नंबर, या स्कूल का नाम साझा नहीं करते हैं क्योंकि यह उनकी सुरक्षा को खतरे में डाल सकता है।
4. **उम्र सीमा का पालन:** बच्चों को समझाना चाहिए कि सोशल मीडिया प्लेटफ़ॉर्म पर खुद का खाता बनाने के लिए उनकी उम्र कितनी होनी चाहिए। आमतौर पर, 13 साल से ऊपर की उम्र आवश्यक होती है, लेकिन बच्चों को यह सिखाना आवश्यक है कि उन्हें इस नियम का पालन करना चाहिए ताकि उनकी सुरक्षा बनी रहे।
5. **समय की बेमिसाली:** बच्चों को सोशल मीडिया पर बिताए जाने वाले समय की सीमा का पालन करना आवश्यक है। उन्हें यह बताना चाहिए कि बिना समय के बर्बाद किए, वे अपने अन्य महत्वपूर्ण कामों को कैसे समय दे सकते हैं।
6. **डिजिटल प्रतिक्रिया कौशल:** बच्चों को यह सिखाना आवश्यक है कि वे सोशल मीडिया पर विभिन्न प्रकार की प्रतिक्रियाएँ कैसे सही तरीके से समझ सकते हैं और किस प्रकार के संदेशों का उत्तर देना चाहिए ताकि वे किसी भी अवस्था में समझदारी से प्रतिक्रिया कर सकें।
7. **खुद की सीमाओं को पहचानें:** बच्चों को यह सिखाना आवश्यक है कि वे अपनी सीमाओं को कैसे पहचान सकते हैं और जब उन्हें किसी भी अवस्था में असहमति महसूस होती है, तो वे कैसे ना कह सकते हैं और साहसी बन सकते हैं।
आपके बच्चों को सोशल मीडिया का प्रयोग करने की आवश्यकता है या नहीं, इसका विचार करें। कई बार उन्हें इसकी आवश्यकता नहीं होती है, और यह उनके लिए बेहतर हो सकता है। (The impact of social media on kids’ mental health)